नमस्कार प्रिय विधार्थियों आज की इस पोस्ट में हम कक्षा दसवीं का हिंदी विषय का पेपर दे रहें हैं जो आपके आने वाले बोर्ड परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहने वाला है ।
माध्यमिक परीक्षा सत्र -2025
कक्षा-10वीं
विषय -हिन्दी
समय-3 घण्टे 15 मिनट पूर्णांक : 80
परीक्षार्थियों के लिए सामान्य निर्देश :
1.परीक्षार्थी सर्वप्रथम अपने प्रश्न-पत्र पर नामांक अनिवार्यतः लिखें
2.सभी प्रश्न हल करने अनिवार्य हैं।
3.प्रत्येक प्रश्न का उत्तर दी गई उत्तर पुस्तिका में ही लिखें।
4.जिन प्रश्नों के आन्तरिक खण्ड हैं, उन सभी के उत्तर एकसाथ ही लिखें।
5.प्रश्न का उत्तर लिखने से पूर्व प्रश्न का क्रमांक अवश्य लिखें।
प्र.1.निम्नलिखित बहुविकल्पात्मक प्रश्नों के उत्तर अपनी उत्तर पुस्तिका में लिखिए-
(i) मिट्टी, सोना, चाँदी आदि हैं-
(अ) व्यक्तिवाचक संज्ञा (ब) द्रव्यवाचक संज्ञा
(स) भाववाचक संज्ञा (द) समूहवाचक संज्ञा
(ii) ‘रसिया’ शब्द में प्रयुक्त प्रत्यय है-
(अ) एरा (ब) इया (स) आर (द) ई
(iii) ‘रवि + ईश’ की सही सन्धि है-
(अ) रवीश (ब) रविश (स) रविईश (द) रव्यीश
(iv) समास के कितने भेद हैं?
(अ) छः (ब) चार (स) पाँच (द) तीन
(v) लेखक ने पुरानी रूढ़ियों, मान्यताओं तथा अंधविश्वासों को बताया है-
(अ) संस्कृति (ब) परम्परा (स) कूड़ा-करकट (द) रक्षणीय
(vi) बिस्मिल्ला खाँ को जाना जाता है-
(अ) तबला वादक के रूप में (ब) गायक के रूप में
(स) शहनाई वादक के रूप में (द) नेता के रूप में
(vii) नवाब साहब खीरा खाने के अपने ढंग के माध्यम से दिखाना चाहते थे-
(अ) नवाबी ढंग (ब) पाक कौशल (स) श्रमशीलता (द) कला कौशल
(viii) बालगोबिन भगत’ साहब’ किसे मानते थे ?
(अ) कबीर को (ब) लेखक को (स) खॅंजड़ी को (द) ग्रामीणवासी को
(ix) तारसप्तक में किसका गला बैठने लगता है?
(अ) संगतकार का (ब) मुख्य गायक का (स) सहायक गायक का (द) श्रोता का
(x) कवि ने फसल को किसके स्पर्श की महिमा बताया है?
(अ) पानी (ब) सूरज (स) हाथ (द) मिट्टी
(xi) कवि की भूली हुई स्मृतियाँ व्यथित करती हैं-
(अ) प्रेमिका को (ब) स्वयं को (स) औरों को (द) इनमें से कोई नहीं
(xii) गोपियाँ किससे अटूट प्रेम करती हैं?
(अ) श्रीकृष्ण से (ब) प्रकृति से (स) उद्धव से (द) सूरदास से
(xiii) हिरोशिमा के विस्फोट का भोक्ता लेखक कब बना?
(अ) किताबों में पढ़कर (ब) हिरोशिमा जाकर
(स) पत्थर पर मानव की छाया देखकर (द) घटना सुनकर
(xiv) गंतोक को मेहनतकश बादशाहों का शहर क्यों कहा जाता है?
(अ) वहाँ बादशाह रहते हैं (ब) लोगों के परिश्रम के कारण
(स) लोगों ने कठिन परिश्रम से शहर को खूबसूरत बनाया है (द) यहाँ के लोग बहुत बहादुर होते हैं
(xv) भोलानाथ किसको देखकर सिसकना भूल जाते थे?
(अ) अपनी माँ को। (ब) अपने पिता को
(स) अपने भाई को (द) खेल के साथियों को
उत्तर -(i) (ब) (ii) (ब) (iii) (अ) (iv) (अ) (v) (स) (vi) (स) (vii) (अ) (viii) (अ) (ix) (ब) (x) (स) (xi) (ब) (xii) (अ) (xiii) (स) (xiv) (स) (xv) (द)
प्र.2.रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
(i) सर्वनाम में वचन और कारक के अनुसार विकार होता है। अतः उसको……………… शब्द कहते हैं।
(ii) विशेषण के भेदों की संख्या………….. है।
(iii) वे अविकारी शब्द जो वाक्य में क्रिया सम्बन्धी विशेषता बताते हैं,……………… कहलाते हैं।
(iv) हिन्दी में प्रायः………………प्रकार के उपसर्गों का प्रयोग होता है।
उत्तर -(i) विकारी, (ii) पाँच, (iii) क्रियाविशेषण,(iv) तीन ।
प्र.3.निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर अपनी उत्तर-पुस्तिका में लिखिए –
वर्तमान में राष्ट्र को शारीरिक दृष्टि से मजबूत, निर्भय तथा ऐसे नवयुवकों की आवश्यकता है जो अपने आप में, अपनी शक्ति में विश्वास करते हों। विवेकानन्द की दृष्टि से नास्तिक वह है जो अपने आप में विश्वास नहीं करता। भारत के राष्ट्रीय आदर्श त्याग और सेवा को अपनाकर गरीबों, भूखों और पीड़ितों की सेवा में अपने को अर्पित करना ही राष्ट्र की सबसे बड़ी सेवा है। राष्ट्रभक्ति कोरी भावना नहीं है, उसका आधार विवेक और प्रेम है जिसकी अभिव्यक्ति विवेकपूर्ण कार्य करते हुए बाहरी भेद-भाव को भूलकर हर एक मनुष्य से प्रेम करने में देखी जा सकती है। विवेकानन्द के उपदेश का ध्येय वाक्य है, ‘उठो, जागो और तब तक रुकी नहीं जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाये।’
(i) प्रस्तुत गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।
उत्तर -उचित शीर्षक – राष्ट्रभक्ति ।
(ii) वर्तमान में कैसे युवाओं की आवश्यकता है?
उत्तर-वर्तमान में ऐसे नवयुवकों की आवश्यकता है जो अपने आप में, अपनी शक्ति में विश्वास रखते हों। शारीरिक दृष्टि से मजबूत तथा निर्भय हों।
(iii) राष्ट्र की सबसे बड़ी सेवा क्या है?
उत्तर -भूखों और पीड़ितों की सेवा में स्वयं को अर्पित करना ही राष्ट्र की सबसे बड़ी सेवा है।
(iv) विवेकानन्द के उपदेश का ध्येय वाक्य क्या है?
उत्तर -विवेकानंद के उपदेश का ध्येय वाक्य है- उठो, जागो और तब तक रुको नहीं जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।
(v) राष्ट्रभक्ति की भावना का आधार किसे माना गया है?
उत्तर – राष्ट्रभक्ति की भावना का आधार प्रेम और विवेक को माना गया है।
(vi) ‘आस्तिक’ शब्द का विपरीतार्थक शब्द गद्यांश में से छाँटकर लिखिए।
उत्तर -आस्तिक शब्द का विपरीतार्थक शब्द है- नास्तिक ।
प्र.4.निम्नलिखित अपठित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर अपनी उत्तर-पुस्तिका में लिखिए।
न्यायोचित सुख सुलभ नहीं, जब तक मानव-मानव को
चैन कहाँ धरती पर तब तक, शांति कहाँ इस भव को
जब तक मनुज-मनुज का यह, सुख भाग नहीं सम होगा।
शमित न होगा कोलाहल, संघर्ष नहीं कम होगा।
ब्रह्मा से कुछ लिखा भाग्य में, मनुज नहीं लाया है।
अपना सुख उसने अपने, भुज-बल से ही पाया है।
ब्रह्मा का अभिलेख पढ़ा करते निरुद्यमी प्राणी
धोते वीर कुअंक भाल का, बहा ध्रुवों का पानी।
भाग्यवाद आवरण पाप का, और शस्त्र शोषण का
जिससे रखता दबा एक जन, भाग दूसरे जन की।
एक मनुज संचित करता है, अर्थ पाप के बल से
और भोगता उसे दूसरा, भाग्यवाद के छल से।
(i) प्रस्तुत पद्यांश का उचित शीर्षक बताइए।
उत्तर -उचित शीर्षक – भाग्यवाद का छल ।
(ii) ब्रह्मा का अभिलेख कौन पढ़ता है?
उत्तर -ब्रह्मा का अभिलेख निरुद्यमी प्राणी पढ़ते हैं।
(iii) यदि धरती पर मनुष्य को न्यायोचित अधिकार नहीं मिलते तो क्या होता है?
उत्तर -यदि धरती पर मनुष्य को न्यायोचित अधिकार नहीं मिलते तो पृथ्वी पर शांति नहीं रह पाती। लोग उनको पाने के लिए लड़ाई-झगड़ा करते हैं और वातावरण अशांत हो जाता है।
(iv) भाग्यवाद का छल किसे कहा गया है?
उत्तर -भाग्यवाद का छल से आशय है कि कुछ लोग गलत तरीकों से धन संचय करके सामर्थ्यवान बन जाते हैं। वंचितों को भाग्यवाद का पाठ पढ़ाकर यह बताते हैं कि तुम्हारे भाग्य में निर्धनता व शोषण ही लिखा है।
(v) प्रस्तुत पद्यांश की भाषा-शैली बताइए।
उत्तर -प्रस्तुत पद्यांश की भाषा तत्सम शब्दावली युक्त साहित्यिक खड़ी बोली हिन्दी है। इसकी शैली उपदेशात्मक है।
(vi) ‘न्यायोचित सुख सुलभ नहीं’ में अलंकार बताइए।
उत्तर -‘न्यायोचित सुख सुलभ नहीं’ में ‘स’ वर्ण की आवृत्ति होने के कारण अनुप्रास अलंकार है।
खण्ड -ब
निम्नलिखित लघुत्तरात्मक प्रश्नों के उत्तर लगभग 40 शब्दों में लिखिए –
प्र.5. हालदार साहब ने जब नेताजी की मूर्ति को पहली बार देखा तो उनकी दृष्टि में क्या बात खटकती थी?
उत्तर :हालदार साहब ने जब पहली बार नेताजी की की मूर्ति को देखा तो मूर्ति में खटकने वाली चीज थी नेताजी की आँखों पर चश्मा न लगा होना । इसका कारण मूर्ति को एक स्थानीय कलाकार द्वारा बनवाया जाना था । लगता था कि मूर्तिकार संगमरमर का चश्मा बनाने में असफल रहा होगा या फिर उसका बनाया चश्मा निकल गया होगा। मूर्ति पर किसी ने असली चश्मे का फ्रेम लगा दिया था ।
प्र.6.’एक कहानी यह भी’ पाठ के आधार पर बताइए कि लेखिका के अपने पिता से क्या वैचारिक मतभेद थे?
उत्तर :लेखिका और उसके पिता के मतभेदों और टकराहट का मुख्य कारण उनके विचारों का परस्पर विरोधी होना था । लेखिका के पिता चाहते थे कि उनकी बेटी देश और समाज के हालातों से परिचित हो । प्रगतिशील सोचवाली बने, लेकिन वह उसे घर की चारदीवारी तक ही सीमित रखना चाहते थे । लेखिका को पिता की यह सीमा स्वीकार नहीं थी । पिता के लिए यह असह्य था कि उनकी बेटी लड़कों के साथ शहर की सड़कों पर नारे लगाती, हड़ताल कराती और जुलूस निकालती घूमे ।
प्र.7. गोपियों द्वारा उद्धव के व्यवहार की तुलना किस-किस से की गई है ?
उत्तर :उद्धव के व्यवहार की तुलना गोपियों ने दो वस्तुओं से की है –
(1) जल के भीतर रहकर भी जल से अप्रभावित रहने वाले कमल के पत्ते से ।
(2) जल में रखी तेल की गगरी से जिस पर जल की एक बूँद भी नहीं ठहर पाती ।
प्र.8.कवि बादल से फुहार, रिमझिम या बरसने के स्थान पर ‘गरजने’ के लिए कहता है, क्यों ?
उत्तर :बादल के दो रूप हैं- 1. रिमझिम बरसने वाला कोमल सुन्दर रूप तथा 2. गरजने वाला कठोर क्रान्तिकारी रूप। कवि समाज में व्याप्त दुःखों, भूख, शोषण और उत्पीड़न को मिटाना चाहता है इसलिए उसको बादल के गरजने वाले, परिवर्तन लाने वाले रूप का आह्वान करना ही उचित प्रतीत हो रहा है । सामाजिक परिवर्तन के लिए क्रान्ति जरूरी है और गरजता हुआ बादल ही क्रान्ति का संदेशवाहक है ।
प्र.9.’माता का अँचल’ नामक पाठ में लेखक ने तत्कालीन समाज के पारिवारिक परिवेश का जो चित्रण किया है, उसे अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर :’माता का अँचल’ पाठ में लेखक ने ग्रामीण अंचल और उसके चरित्रों का आकर्षक चित्र प्रस्तुत किया है । इसमें बालकों के खेल, उत्सुकता, ता, माता की ममता, पिता का दुलार, लोकगीत आदि शामिल किए गए हैं । शहर की चकाचौंध से अलग गाँव की सहजता को चित्रित किया गया है । बाल मनोभावों की अभिव्यक्ति के साथ-साथ लेखक ने तत्कालीन समाज के पारिवारिक परिवेश का भी सुन्दर चित्रण किया है।
प्र.10.’तमाम वैज्ञानिक प्रगतियों के बावजूद इस देश की आत्मा एक जैसी है।’ लेखिका ने ऐसा क्यों सोचा ? लिखिए।
उत्तर -लेखिका ने गैंगटॉक से यूमथांग जाते हुए मार्ग में सफेद पताकाएँ फहराती देखीं । नार्गे ने बताया कि मृत व्यक्ति की आत्मा की शांति के लिए वे पताकाएँ फहराई जाती हैं। आगे लेखिका ने एक कुटिया में घूमता चक्र देखा। नार्गे ने कहा कि यह धर्मचक्र है । इसको घुमाने से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं । इन्हीं दृश्यों को देखकर लेखिका ने सोचा कि भले ही देश में विज्ञान के प्रसार से काफी प्रगति हुई है लेकिन सारे देश में लोगों के अन्धविश्वास, पाप-पुण्य संबंधी विचार एक-जैसे बने हुए हैं ।
प्र.11.आँख हटाए न हटना’ मुहावरे का अर्थ एवं वाक्य में प्रयोग लिखिए।
उत्तर-मुग्ध हो जाना- मंदिर में श्रीकृष्ण की प्रतिमा इतनी सुन्दर थी कि उस पर से आँखें हटाए नहीं हट रही थीं ।
खण्ड -स
प्र.12निम्नलिखित पठित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए- (1 से iv)
जिस योग्यता, प्रवृत्ति अथवा प्रेरणा के बल पर आग का व सुई-धागे का आविष्कार हुआ, वह है व्यक्ति विशेष की संस्कृति; और उस संस्कृति द्वारा जो आविष्कार हुआ, जो चीज उसने अपने तथा दूसरों के लिए आविष्कृत की, उसका नाम है सभ्यता ।
जिस व्यक्ति में पहली चीज, जितनी अधिक व जैसी परिष्कृत मात्रा में होगी, वह व्यक्ति उतना ही अधिक व वैसा ही परिष्कृत आविष्कर्ता होगा ।
एक संस्कृत व्यक्ति किसी नई चीज की खोज करता है, किन्तु उसकी संतान को वह अपने पूर्वज से अनायास ही प्राप्त हो जाती है। जिस व्यक्ति की बुद्धि ने, उसके विवेक ने किसी भी नए तथ्य का दर्शन किया, वह व्यक्ति ही वास्तविक संस्कृत व्यक्ति है।
(i) लेखक के अनुसार संस्कृति और सभ्यता क्या हैं ?
(ii) संस्कृति और सभ्यता का अंतर क्या बताया गया है ?
(iii) व्यक्ति विशेष की संस्कृति का क्या अभिप्राय है ?
(iv) व्यक्ति के परिष्कृत आविष्कर्ता होने का क्या आधार बताया गया है ?
प्र.13निम्नलिखित पठित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिये- (i से iv)
ऊधौ, तुम हौ अति बड़भागी ।
अपरस रहत सनेह तगा तैं, नाहिन मन अनुरागी ।
पुरइनि पात रहत जल भीतर, ता रस देह न दागी ।
ज्यौं जल माहँ तेल की गागरि, बूँद न ताकौँ लागी ।
प्रीति-नदी में पाउँ न बोौ, दृष्टि न रूप परागी ।
‘सूरदास’ अबला हम भोरी, गुर चाँटी ज्यौं पागी ।
(i) ‘प्रीति-नदी में पाउँ न बोर्यो’ में निहित व्यंग्य को स्पष्ट कीजिए ।
(ii) गोपियों ने स्वयं को ‘अबला’ और ‘भोली’ बताकर उद्धव पर क्या कटाक्ष किया है ?
(iii) गोपियों ने श्रीकृष्ण के प्रति अपने प्रेम को किसके समान बताया है?
(iv) उद्धव की विरक्ति को गोपियों ने किसके समान माना है ?
प्र.14 हालदार साहब की दृष्टि से कैसी कौम देश का अहित करने वाली होती है? (उत्तर सीमा: 60-80 शब्द)
अथवा
‘एक कहानी यह भी’ पाठ में मन्नू भण्डारी पर किस-किस का प्रभाव अधिक उभर कर आया है?
प्र.15. यह दंतुरित मुसकान’ कविता में कवि ने मानव जीवन के किस सत्य को प्रकट किया है ?(उत्तर सीमा: 60-80 शब्द)
अथवा
“लक्ष्मण-परशुराम संवाद” नामक काव्यांश में लक्ष्मण और परशुराम दोनों ही मर्यादाओं का उल्लंघन करते हुए दिखाई देते हैं-इस कथन पर अपना मत लिखिए।
प्र.16. स्वयं प्रकाश के कृतित्त्व एवं व्यक्तित्व के बारे में लिखिए।
अथवा
सूरदास के कृतित्त्व एवं व्यक्तित्व के बारे में लिखिए।
खण्ड -द
प्र.17. भोलानाथ और उसके साथियों के खेल और खेलने की सामग्री आपके खेल और खेलने की सामग्री से किस प्रकार भिन्न है ? (शब्द सीमा: 80-100 शब्द)
अथवा
‘कटाओ’ पर किसी दुकान का न होना उसके लिए वरदान है। इस कथन के पक्ष में अपनी राय व्यक्त कीजिए।
प्र.18निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 300 शब्दों में एक सारगर्भित निबन्ध लिखिए -6
(1) शिक्षित नारी की समाज निर्माण में भूमिका
(i) भारतीय संस्कति में नारी का स्थान (ii) नारी शिक्षा का महत्व
(iii) शिक्षित नारी की भूमिका (iv) शिक्षित नारी का आदर्श स्वरूप (v) उपसंहार
(2) शिक्षा में खेलकूद का महत्व
(i) खेलकूद का महत्व (ii) स्वास्थ्य और खेल
(iii) शिक्षा और खेलकूद (iv) खेलकूद के अन्य लाभ (v) उपसंहार
(3) मेरा प्रिय कवि
(i) प्रस्तावना (ii) मेरा प्रिय कवि (iii) कवि का परिचय
(iv) प्रिय लगने के कारण (v) उपसंहार
(4) समाचार-पत्रों का महत्व
(i) प्रस्तावना (ii) समाचार-पत्रों का महत्व
(iii) समाचार-पत्रों का वर्तमान स्वरूप (iv) समाचार पत्रों का दायित्व (v) उपसंहार
प्र.19आपके पिताजी का स्थानांतरण जयपुर हो गया है। अतः जयपुर के विद्यालय में प्रवेश लेने के लिए आपको स्थानान्तरण प्रमाण-पत्र की आवश्यकता है। अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य को इस आशय का प्रार्थना-पत्र लिखिए। 4
अथवा
आपने अपने विद्यालय में वृक्षारोपण समारोह का आयोजन करवाया और आपकी इसमें सक्रिय भागीदारी रही। इस समारोह का अनुभव बताते हुए अपने छोटे भाई को पत्र लिखें।
प्र.20. पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक विज्ञापन तैयार कीजिए।
अथवा
विद्यालय के वार्षिकोत्सव के अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा निर्मित हस्तकला की वस्तुओं की प्रदर्शनी के प्रचार हेतु एक विज्ञापन लिखिए।
Rbse Class 10th Hindi Paper 2025
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राजस्थान 10वीं बोर्ड हिन्दी पेपर 2025 ।। Rbse Class 10th हिन्दी पेपर 2025
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